Krishi Sakhi Yojana: किसानों के हित में केंद्र सरकार एक के बाद एक कई सरकारी योजनाओं को प्रारंभ कर रही है। देश के किसानों के फसल उत्पादन में बढ़ोतरी हो और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आए, इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
इसी कोशिश में केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सखी योजना को शुरू किया गया। इस योजना के माध्यम से सरकार कृषि सखी तैयार करती है, जो किसनों को फसल उत्पादन बढ़ाने के बारे में जानकारी प्रदान करेंगी। आइये आपको केंद्र सरकार की कृषि सखी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी बताते हैं।
कृषि सखी क्या होती है, कैसे एक महिला कृषि सखी बनाकर रुपए कमा सकती है। सरकार के द्वारा किसानों को कृषि सखी योजना से क्या लाभ होगा। कृषि सखियों को प्रतिमाह कितने रुपए का वेतन प्राप्त होता है?
आइये आपको इस आर्टिकल में कृषि सखी योजना से जुड़े सभी सवालों के जवाब देते हैं। आपको आगे योजना के उद्देश्य व आवेदन की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई है।
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कृषि सखी योजना 2024
योजना का नाम | कृषि सखी योजना |
योजना का प्रकार | केंद्रीय योजना |
विभाग | कृषि व ग्रामीण विकास विभाग |
कब शुरू की गई | 15 जून 2024 |
शुरुआत किसके द्वारा की गई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी |
लाभ | महिलाओं को रोजगार व किसानों को कृषि की सही जानकारी |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
कृषि सखी योजना क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 15 जून 2024 को कृषि सखी योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना से जुड़ने वाली महिलाओं को कृषि से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके बाद वह कृषि सखी बनकर किसानों को आधुनिक खेती से संबंधित जानकारी दें सकेंगी।
किसानों को फसल उत्पादन में बढ़ोतरी करने के उपाय बताएं जाएंगे। जैसा की हम सभी जानते हैं कि सरकार महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। कृषि क्षेत्र के लिए भी महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आ सके।
इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने कई सारे लक्ष्य निर्धारित किए हैं। जानकारी के अनुसार, योजना का लाभ 3 करोड़ से भी ज्यादा महिलाओं को दिया जाएगा। कृषि सखी योजना को कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय मिलकर संचालित कर रहे हैं। इन दोनों मंत्रालयों के बीच एक साथ समझौता हुआ है, जिसके तहत इस योजना को चलाया जाएगा।
कृषि सखी योजना का उद्देश्य
कृषि सखी योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती से संबंधित जानकारी व फसल उत्पादन बढ़ाना है। इसके अलावा सरकार महिलाओं को खेती-किसानी से जोड़ना व उन्हें इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से भी यह योजना चला रही है। योजना की सहायता से महिलाओं को कृषि से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके बाद महिला कृषि सखी बनाकर किसानों की सहायता करेंगी। साथ ही महिला किसानों के अलग-अलग कार्यों में सहयोग कर सकेंगी। काम करने के बदले सरकार कृषि सखी को प्रति माह वेतन भी प्रदान करेगी। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकेंगी।
सरकार 90,000 महिलाओं को देगी कृषि संबंधित प्रशिक्षण
योजना के माध्यम से सरकार ने अलग-अलग लक्ष्यों को निर्धारित किया है, जिन्हें कई चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण की घोषणा के अनुसार 90,000 महिलाओं को कृषि से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभागों के द्वारा महिलाओं को यह प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अब तक योजना के तहत 34000 से अधिक कृषि सखियों को पैरा एक्सटेंशन वर्कर्स के रूप में प्रमाण पत्र सौंपा जा चुका है। कृषि सखी कार्यक्रम के दौरान इन सखियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
इन कृषि सखियों को महिलाएं एग्रीकल्चर पैरा एक्सटेंशन में सम्मिलित होने के पश्चात ट्रेनिंग लेने के लिए एलिजिबल हो जाएंगी। महिलाओं को 56 दिनों तक ट्रेनिंग दी जावेगी। इस दौरान महिलाओं को जमीन तैयार करने से लेकर फसलों की कटाई सम्बंधित प्रैक्टिकल जानकारी दी जाएगी। कृषि सखी ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद महिलाओं को कृषि सखी के रूप में चुन लिया जाएगा।
कृषि सखी बनने के लिए पात्रता
केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सखी बनने के लिए पात्रता निर्धारित की गई है। पात्रता व नियमों के आधार पर ही केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सखी को चुना जाएगा। आइये आपको कृषि सखी योजना के अंतर्गत पात्रता से संबंधित जानकारी के बारे में बताते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत उन्हीं महिलाओं को कृषि सखी के रूप में चुना जाएगा, जो भारत की मूल निवासी हैं।
- योजना के लिए अभी सिर्फ 12 राज्यों को ही चुना गया है।
- चुने गए 12 राज्यों के अलावा अन्य राज्य की महिला कृषि सखी योजना के लिए आवेदन करने के पात्र नहीं मानी जाएँगी।
- ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिला योजना के लिए आवेदन करने हेतु पात्र मानी जाएगी।
- जो महिला कृषि सखी बनना चाहती है, उसकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष से अधिक होना अनिवार्य है।
- गरीब और निम्नवर्ग से आने वाली महिलाओं को योजना का लाभ दिया जावेगा।
जरूरी दस्तावेज
जो महिला, कृषि सखी योजना के लिए आवेदन करना चाहती है, उनके पास आवश्यक दस्तावेज होना अनिवार्य है। बिना दस्तावेजों के आवेदन की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं की जा सकती है। कृषि सखी योजना दस्तावेजों की सूची को नीचे दिया गया है।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- एड्रेस प्रूफ
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट की पासबुक
कृषि सखी योजना प्रशिक्षण की जानकारी
महिलाओं को कृषि सखी बनने से पूर्व प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण 56 दिनों का होता है। इस दौरान कृषि से संबंधित कई सारे विषयों के बारे में महिलाओं को बताया जाता है। जिसकी जानकारी आपको नीचे दी गई है।
- किस तरह से किसान को भूमि की तैयारी करनी है इसके बारे में जानकारी दी जाती है।
- फसल को काटने का सही तरीका क्या है, यह अभ्यास महिलाओं को करवाया जाता है।
- बीज बैंक की स्थापना व इसका प्रबंधन कैसे करना है,यह जानकारी दी जाती है।
- एकीकृत कृषि प्रणाली क्या होती है, यह बताया जाता है।
- पशुपालन प्रबंधन से संबंधित मुख्य जानकारी भी प्रशिक्षण के दौरान दी जाती है।
- बायो इनपुट कैसे तैयार किया जाता है, इसको कैसे स्थापित किया जाए, इसके उपयोग क्या होता है यह जानकारी भी प्रशिक्षण के दौरान दी जाती है।
12 राज्यों में लागू की गई कृषि सखी योजना
योजना को फिलहाल भारत के कुछ ही राज्यों में लागू किया गया है। केंद्र सरकार में इस योजना को अभी 12 राज्यों में आधिकारिक तौर पर लागू किया है। नीचे आपको कृषि सखी योजना के अंतर्गत शामिल किए गए राज्यों की सूची दी गई है।
- गुजरात
- उत्तर प्रदेश
- मध्य प्रदेश
- कर्नाटक
- छत्तीसगढ़
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
- राजस्थान
- उड़ीसा
- आंध्र प्रदेश
- मेघालय
- झारखंड
आवेदन की प्रक्रिया
जो महिलाएं कृषि सखी बनना चाहती हैं, उन्हें सबसे पहले आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। योजना के लिए आएव्दन करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया के बारे में आपको नीच जानकारी दी गई है। आइए आपको बताते हैं कि कृषि सखी योजना के लिए आवेदन कैसे करना है।
1. अपने क्षेत्र के कृषि विभाग जाएं
यदि आप कृषि सखी योजना का लाभ लेने के पात्र हैं तो सर्वप्रथम महिला को अपने क्षेत्र के नजदीकी कृषि विभाग जाना होगा। यहां पर अधिकारी के द्वारा इस योजना से संबंधित जानकारी के बारे में विस्तार से समझाया जाएगा। महिला को यह भी बताया जाएगा कि आवेदन के पश्चात यदि महिला का चयन होता है तो उसे कितने दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। कृषि सखी के तौर पर उसे क्या-क्या काम उसे करने होंगे। एक कृषि सखी के रूप में काम करने पर प्रति माह कितनी कमाई होगी। यह सब जानकारी समझने के पश्चात महिला को अधिकारी के द्वारा आवेदन पत्र दे दिया जावेगा।
2. आवेदन पत्र को भरें
अधिकारी के द्वारा दिए गए आवेदन पत्र को आप घर ले आए और इसमें पूछी गई सभी जानकारी जैसे आपका नाम, आधार नंबर, बैंक खाते की जानकारी आदि को दर्ज करें। इसमें आपको प्रशिक्षण की स्वीकृति भी देनी होगी। आवेदन पत्र में जानकारी दर्ज करने के बाद एक बार महिला को अच्छी तरह से अपने आवेदन पत्र की जांच कर लेना चाहिए। आवेदन पत्र में गलत जानकारी पाई जाने की स्थिति में इस आस्वीकर कर दिया जाएगा।
3. दस्तावेजों को अटैच करें
फार्म में जानकारी भरने के बाद मांगे गए सभी दस्तावेजों की फोटो कॉपी को आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर देना होगा। ध्यान रहे कि दस्तावेजों की फोटो कॉपी में जानकारी साफ-साफ दिखाई देनी चाहिए। धुंधली दस्तावेजों की फोटोकॉपी को आवेदन पत्र के साथ स्वीकार नहीं किया जाएगा। दस्तावेज आवेदन पत्र के साथ संलग्न करने के बाद एक बार जांच करें कि मांगे गए सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी को आपने फॉर्म के साथ लगाया है या फिर नहीं। दस्तावेज़ के अभाव की वजह से भी आपके आवेदन पत्र को निरस्त किया जा सकता है।
4. आवेदन पत्र को कर दे जाम
अपने आवेदन पत्र की जानकारी और दस्तावेजों को जांच करने के बाद आप इसे कृषि विभाग में जाकर जमा कर दें। यहां पर अधिकारी के द्वारा आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच की जाएगी। जमा करने के पश्चात आपको एक रसीद भी प्रदान की जावेगी, जिसे आपको संभालकर रखना होगा। जानकारी सही पाई जाने के पश्चात यदि आपको प्रशिक्षण के लिए चयनित किया जाएगा तो आपके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर इसकी जानकारी प्रदान कर दी जाएगी।
कृषि सखी योजना का लाभ
- खासकर किसानों की सहायता के लिए इस योजना को प्रारंभ किया गया है।
- योजना की मदद से किसानों को कृषि सखी के द्वारा आधुनिक कृषि व खेती से संबंधित सहायता दी जावेगी।
- सरकार योजना के पहले चरण में 90000 कृषि सखी का चयन करेगी।
- कृषि सखी बनने के लिए महिला को आवेदन करना होगा, जिसके बाद उसे कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- कृषि सखी बनने के बाद महिला गांव के किसानों को आधुनिक कृषि व उनके फसल उत्पादन को बढ़ाने के बारे में जानकारी देगी।
- किसानों को खेती करने में कौन-कौन सी समस्या आ रही है, इसका समाधान भी कृषि सखी के द्वारा किया जाएगा।
- सरकार अलग-अलग चरणों में योजना को लागू करेगी।
- केंद्र सरकार के द्वारा 12 राज्यों में योजना को लागू किया गया है।
- इससे ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।
- महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और उनके कौशल को बढ़ावा दिया जावेगा।
- खेती के प्रति महिलाओं में जागरूकता बढ़ेगी।
निष्कर्ष: इस आर्टिकल में हमारे द्वारा कृषि सखी योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया गया है। उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा योजना संबंधित जानकारी पूर्णतः मिल गई होगी। यदि अब भी आपको इस योजना से संबंधित अन्य कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में उसे पूछ सकते हैं। हमारी टीम के द्वारा आपके सवालों का जवाब जरूर दिया जाएगा।
FAQ-
कृषि सखी योजना को कब प्रारंभ किया गया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 15 जून 2024 को उत्तर प्रदेश के शहर वाराणासी से कृषि सखी योजना का शुभारंभ किया गया।
कृषि सखी योजना के अंतर्गत कितने दिनों की ट्रेनिंग दी जाती है?
यदि महिला को आवेदन करने के बाद कृषि सखी योजना के अंतर्गत चुना जाता है, तो उसे 56 दिनों की ट्रेनिंग करना अनिवार्य होता है।
कृषि सखी का क्या काम होता है?
यदि महिला को आवेदन करने के बाद कृषि सखी योजना के अंतर्गत चुना जाता है, तो उसे 56 दिनों की ट्रेनिंग करना अनिवार्य होता है।
कृषि सखी का क्या काम होता है?
प्रशिक्षण के पश्चात यदि महिला को कृषि सखी बनाया जाता है तो उसे किसान के पास जाकर उन्हें आधुनिक तौर तरीकों से खेती करने के बारे में जानकारी देना होता है। साथ ही उन्हें फसल उत्पादन बढ़ाने के बारे में भी बताना होता है।
कृषि सखी योजना को कितने राज्यों में लागू किया गया?
इस योजना को सरकार ने अभी कुल 12 राज्यों में लागू किया है।
क्या कृषि सखी बनने के लिए प्रशिक्षण लेना जरूरी है?
जी हाँ! यदि कोई महिला कृषि सखी बनना चाहती है तो उसे 56 दिनों की ट्रेनिंग पूर्ण करनी होती है, जिसके बाद उसे कृषि सखी सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।